पिछले कुछ सालों में जिन युवा फिल्मकारों ने फिल्मों से अपनी खास पहचान बनायी है, उनमें इम्तियाज अली भी हैं। इम्तियाज की खासियत है कि वे शुद्ध रोमांटिक फिल्में बनाते हैं। दूसरे युवा फिल्मकारों की तरह ही वे भी अपनी फिल्मों में कुछ खोजते और पाते नजर आते हैं। उन्हें रोमांस, प्यार, इश्क, मोहब्बत के पहलुओं को छूना और दिखाना अच्छा लगता है। इम्तियाज अली की फिल्म है लव आज कल।
लव आज कल 1965 और 2009 के किरदारों के जरिए प्यार के बदले स्वरूप को दिखाने का सिनेमाई प्रयास है। इसमें 2009 की जोड़ी जय (सैफ अली खान) और मीरा (दीपिका पादुकोण) हैं। वे एक-दूसरे से भरपूर प्यार करते हैं। साथ रहते हैं, लेकिन शादी के बंधन में नहीं बंधना चाहते हैं। इन प्रेमियों के लिए दुनियावी और व्यावहारिक होना जरूरी है। वे मानते हैं कि हीर-रांझा और रोमियो-जूलियट की प्रेम कहानियां किताबों में ही मिलती हैं। दूसरी तरफ वीर सिंह (ऋषि कपूर) हैं। हरलीन (नीतू सिंह) को देखते ही उन पर बिजली से गिरती है और वे उसके प्यार में रोशन हो उठते हैं। जय और वीरू एक-दूसरे के प्यार को समझने की कोशिश में यह बता जाते हैं कि प्यार में होने का एहसास हर समय एक सा ही रहता है।
इस फिल्म में और भी खूबसूरत लमहे और प्रसंगहै। सैफ अली खान और दीपिका पादुकोण तो फिल्म का आकर्षण हैं ही। जब वी मेट से इम्तियाज अली के प्रशंसक बने दर्शक रोमांटिक फिल्म की उम्मीद में हैं।
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